अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में बुधवार को जनसम्पर्क के क्षेत्र में पत्रकारिता के महत्व विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान में बतौर मुख्य वक्ता महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के सहायक आचार्य डाॅ0 मनोहर लाल ने पत्रकारिता के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में स्वयं को सहज ही भाषा विज्ञान पर पकड़ बनानी आवश्यक है। अध्ययन, विमर्श, सवंाद जैसे प्रमुख बिन्दुओं पर छात्रों को ध्यान केन्द्रित करना होगा।
यही पत्रकारिता का धर्म भी है। उन्होंने कहा कि जनसम्पर्क के क्षेत्र में प्रबंधन के साथ आपस में विश्वसनीयता के परिवेश को तैयार करने की विधा विकसित करनी होगी। छवि निर्माण में सकारात्मकता का समन्वय महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सवंाद कौशल के बिना जनसम्पर्क क्षेत्र में व्यक्ति सफल नही हो सकता। इसके लिए विद्यार्थियों को निरन्तर अध्ययन के साथ व्यावहारिक ज्ञान का होना आवश्यक है।
कार्यक्रम में विभाग की पुरातन छात्रा आकाशवाणी केन्द्र वाराणसी की उद्घोषिका आराधना शर्मा ने कहा कि रेडियो की भाषा सहज, स्पष्ट एवं आकर्षक होनी चाहिए। जनसम्पर्क के क्षेत्र में रेडियो की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक क्षेत्र में कवरेज की क्षमता रेडियो में होती है। भाषा पर पकड़ बनाकर सुस्पष्ट वाचन रेडियो का महत्वपूर्ण उद्देश्य है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एमसीजे समन्वयक डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने कहा कि जनसम्पर्क का क्षेत्र जितना व्यापक है उतना ही आकर्षक एवं अवसरों से भरा पड़ा है।
आज की इस डिजिटल दुनियां में इस क्षेत्र में कार्य करने के लिए भाषा संवाद एवं लेखन पर जोर देना होगा। कार्यक्रम में विभाग के शिक्षक डाॅ0 आरएन पाण्डेय व डाॅ0 अनिल कुमार विश्वा द्वारा अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्रम भेटकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 चतुर्वेदी द्वारा किया गया। इस अवसर पर हार्दिक, दीपांशु, सर्वेश, रिसाली, प्रगति, तन्या, पलक, त्रिपादा स्वाति, शिवानी, मुस्कान सौरभ सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।