समाज में कट्टरता को बढ़ने से रोकना होगा नहीं तो हम भी पाकिस्तान और बांग्लादेश की तरह हो जायेंगे : प्रो. गोविन्द जी पाण्डेय
बचपन एक्सप्रेस संवाददाता से बातचीत में भारत के जाने माने संचारविद प्रो गोविन्द जी पाण्डेय ने कहाँ की समाज में कट्टरता बढ़ने से समाज का भला नही होता बल्कि इससे सामाजिक ताना - बाना कमजोर होता है | हमें अगर कुछ मजबूत करना है तो वो हमारी कानून व्यवस्था और न्याय प्रणाली | न्याय में हो रही देरी को अगर ठीक कर लिया जाए तो काफी कुछ बदल सकता है |
उन्होंने कहा कि कट्टरता के कारण हमारे पडोसी देश आज कहाँ है इस पर हमें नजर डालनी चाहिए \ समाज में धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा देने वाले हर सख्स से कड़ाई से निपटना चाहिए |
प्रो. गोविन्द पाण्डेय ने हिजाब विवाद के बार में पूछने पर कहा की सभी को खाने , पहनने की स्वतंत्रा है पर इससे अगर किसी की भावना को ठेस पहुचती है तो उससे बचना चाहिए | स्कूल में हिन्दू -मुसलमान के बीच में अगर विभेद कर देंगे तो इससे समाज में खाई बढ़ जायेगी | स्कूल वो जगह है जहाँ बच्चे एक दुसरे के बारे में जानने और पहचान बनाने की कोशिश करते है और वहा अगर हम धर्म को घुसा देंगे तो छोटे बच्चो के मन पर बड़ा प्रभाव पैदा हो जाएगा |
हिजाब कॉलेज और यूनिवर्सिटी में लोग पहनते है और उनको कोई नही रोकता पर स्कूल में इसको पहनने की मांग न तो तर्क संगत है और न ही ठीक | धार्मिक शिक्षा बच्चो को घर पर मिल जाती है उनको जबरी अपने धार्मिक रूप में स्कूल में भेजना , बेवहज का उस बच्चे के साथ विभेद करना होगा | वो सैकड़ो की भीड़ में अलग दिखेगा और लोग उसके आइडेंटिटी को लेकर अगर मजाक बनाने लगेंगे तो बाल मन पर बुरा प्रभाव पड़ेगा |
स्कूल में इस तरह की मांग जायज नही है और इसके लिए समाज में भेद उत्पन्न करना भी गलत है |