अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद आखिरकार तालिबान ने सरकार गठन को अंतिम रूप दे दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान ने सरकार के प्रमुख चेहरों के नाम तय कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि विवादों से बचने के लिए कम चर्चित चेहरे को राष्ट्रपति बनाने पर फैसला हुआ है। तालिबान की नई सरकार के गठन को लेकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI पूरी तरह एक्टिव हो गई है. वह अफगानिस्तान में अपने खास को सरकार का मुखिया बनाना चाहती है.
मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की मदद से ही एक छोटे-मोटे या यूं कह लें जिसे दुनिया नहीं जानती, ऐसे तालिबानी नेता मुल्लाह हसन अखुंद को राष्ट्रपति पद पर बैठाया जाएगा ताकि संगठन के दोनों धड़ों में हो रही उठापटक पर विराम लगाया जा सके सूत्रों के मुताबिक आईएसआई चीफ फैज हामिद ने बीते शनिवार को काबुल की यात्रा कर तालिबान लीडरशिप से मुलाकात की थी. पाक की इच्छा है कि अफगान आर्मी का फिर से गठन किया जाए.