असम में 6 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बोडोलैंड चुनाव में भाजपा को भारी मतों से जीत हासिल हुई। वहीं कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा।
रविवार को आए बीटीसी चुनाव के परिणाम में भारतीय जनता पार्टी ने यहां 40 में से 9 सीटों पर जीत दर्ज की। जबकि कांग्रेस का अन्य पार्टियों को एक-एक सीट से ही संतुष्टि करनी पड़े।
वहीं सत्तारूढ़ बोडो पीपुल्स को 17 और यूनाइटेड पीपुल्स को 12 सीटों पर भारी मतों से जीत हासिल हुई।
आपको बता दें कि कोई भी पार्टी स्पष्ट बहुमत साबित नहीं कर पाए जिसकी वजह से जीत का निर्णय स्पष्ट नहीं हो पा रहा था।
भारतीय जनता पार्टी ने आसाम में बोडो बहुल क्षेत्रों में स्वशासी निकाय बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद पर शासन करने के लिए बहुत जरूरी 2 मत हासिल करने के मकसद से अपने गठबंधन के वर्तमान सहयोगी पीपीएफ को छोड़कर रविवार को नए सहयोगी दल से हाथ मिला लिया।
राज्य में सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में बोडोलैंड पीपुल्स के तीन मंत्री हैं। बीपीएस बीटीसी चुनाव में 17 सीटों से सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली पार्टी बनकर उभर कर सामने आई।
आपको बता दें कि बीपीएफ और भाजपा सरकार में तो सहयोगी दल है। परंतु चुनाव के दौरान दोनों पार्टियां अलग अलग ही लड़ रही थी। चुनाव प्रचार के दौरान एक-दूसरे पर जमकर हमले भी किए गए। खबर है कि बीटीसी चुनाव को विधानसभा चुनाव का अंतिम समय फाइनल माना जा रहा है। जिसका प्रदर्शन किया जिसका परचम बीटीसी चुनाव में लहराया वही बंगाल पर राज करेगा।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने बीपीएस के साथ गठबंधन कर के बीटीसी चुनाव में अपना बहुमत साबित करने की कोशिश की है। इसके साथ ही साथ उन्होंने अपने वर्तमान गठबंधन को तोड़कर बीपीएस के साथ गठबंधन किया।
नेहा शाह