ममता बनर्जी ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की दी चुनौती कहा- हम नहीं डरते

Update: 2020-12-17 16:45 GMT


पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले ही केंद्र व राज्य सरकार के बीच तनाव जारी हो गया है। सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस लगातार परेशानियों का सामना कर रही है। बीते 24 घंटे में ममता बनर्जी को पार्टी के तीन बड़े दिग्गज नेताओं ने अपना इस्तीफा सौंपा। जिनमें से एक ने कमल का हाथ थाम लिया।

आपको बता दें कि पार्टी से लेकर सरकार के स्तर तक नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है।

गृह मंत्रालय की ओर से एक बार फिर 3 आईपीएस अफसरों को केंद्र में भेजने को लेकर चिट्ठी लिखने के बाद सरकार ने साफ कर दिया कि उन्हें यह स्वीकार नहीं है। यहा तक कि सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र सरकार को राष्ट्रपति शासन लगाने की चुनौती तक दे डाली है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं ग्रामीण विकास मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने गुरुवार को कोलकाता में संवाद सम्मेलन में कहा कि इस संबंध में केंद्र का आदेश असंवैधानिक है। और स्वीकार करने के लायक नहीं। उन्होंने कहा कि,"हमने प्रतिनियुक्ति पर नहीं भेजेंगे। ज्यादा से ज्यादा यही होगा कि केंद्र सरकार राष्ट्रपति शासन घोषित कर देगी। और हम इसका स्वागत करते है। यदि केंद्र के पास है करने की शक्ति है तो वो यह भी कर सकती है।

आपको बता दें कि जेपी नड्डा के काफिले पर बंगाल में 10 दिसंबर को हमला किया गया। हमले के बाद पश्चिम बंगाल के तीन कैडर अधिकारियों को केंद्र सरकार ने प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया है। सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि या संवैधानिक है और इसे कदापि स्वीकार नहीं है किया जाएगा।

पार्टी के प्रमुख नेता सुब्रत मुखर्जी व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि यदि वह बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहती है तो हम सभी उसका स्वागत करते है।

नेहा शाह

Similar News