बंगाल में एक बार फिर अमित शाह ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा और कहा- नमामि गंगे को रोकने का प्रयास करती है ममता बनर्जी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने दो दिवसीय राजनीतिक दौरे पर दक्षिण 24 परगना जिले से भाजपा की 'पोरीबोर्टन यात्रा' के अंतिम चरण का शुभारंभ करेंगे। इसी के साथ गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन के दौरान पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार पर राज्य में नमामि गंगे कार्यक्रम को लागू नहीं करने का आरोप लगाया है और वैश्विक पर्यटन मानचित्र में दक्षिण 24-परगना जिले में सागर द्वीप लाने का वादा किया है।
आपको बता दें कि गंगा सागर आश्रम के बाहर मीडिया कर्मियों से बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि "एक कहावत है' हर तीर्थ की बरार..गंगसागर इक बार '। आज मैं यहां आकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। लेकिन यहां के बुनियादी ढांचे को देखकर मुझे दुख हुआ। यह निशान तक नहीं है। आज, मैं यह वादा करना चाहता हूं कि बंगाल में सरकार बनाने के बाद, हम इस स्थान को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर लाएंगे। "
इसी के साथ उन्होंने कहा, "पीएम मोदी के नेतृत्व में, 'नमामि गंगे' की शुरुआत गंगोत्री से हुई थी, लेकिन दुर्भाग्य से यह बंगाल में यहाँ रुक गया। उन्होंने अपने बयानों में सीधे तौर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा और कहा कि हम एक बार हम सरकार बनाने के बाद इसे लागू करेंगे।
इससे पहले गुरुवार को उन्होंने कोलकाता में भारत सेवाश्रम संघ का दौरा किया और भिक्षुओं के साथ बातचीत की। "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा और केंद्र सरकार भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक स्वामी प्रणवानंद के नक्शेकदम पर चलने के लिए प्रतिबद्ध है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्वामी प्रणवानंद से प्रेरित थे और उनकी प्रेरणा के कारण, बंगाल विभाजन के दौरान बच गया था अन्यथा यह बांग्लादेश जा सकता था। "
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड-19 महामारी के कारण नागरिकता संशोधन अधिनियम की बातचीत व इसे लागू करने में देरी पर शरणार्थियों के साथ दोपहर का भोजन शाह की सुनियोजित कोशिश हो सकती है।
नेहा शाह