पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव जो कि 27 मार्च से शुरू होने जा रहे हैं। चुनाव को लेकर के केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक अपना बल लगा चुकी है। वहीं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को ही पार्टी विशेष का सहयोग करने वाला आयोग बता दिया है।
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने मुख्य निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष सुनील अरोड़ा को भेजे गए पत्र में ममता को जवाब देते हुए कहा कि कोलकाता और देश की राजधानी नई दिल्ली में टीएमसी के कई प्रतिनिधित्व कर रहे नेताओं से मुलाकात करने के बावजूद यदि बंगाल की मुख्यमंत्री निरंतर चुनाव आयोग को पार्टी विशेष का सहयोग करने वाले आयोग का दर्जा दे रही हैं तो इससे चुनाव आयोग की प्रतिष्ठा को हानि हो रही है। और हम यह अपमान बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे।
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के उप निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष सुदीप जैन में मंत्र द्वारा लिखे गए पत्र के जवाब में कहा कि "आयोग इस रूप में कायम है कि वह किसी राजनीतिक दल से कथित निकटता के लिए गहन निगरानी में रखा जाना चाहिए"
अपने जवाब में उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री खुद की सर्वश्रेष्ठ जानकारी में मौजूद करण को लेकर इस मिथक पर जोर देने की कोशिश करेंगी तो सिर्फ वही बता सकती है कि वह ऐसा क्यों कर रही है।
गौरतलब है कि एक ओर बंगाल में बीजेपी के योगी आदित्यनाथ रैलियों को संबोधित कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार को रैली के दौरान भारतीय जनता पार्टी पर खुलकर बरसे अमित शाह पर संगीन आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले ही तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को परेशान करने की साजिश रची जा रही है।इसी के साथ ममता बनर्जी या अभी जानना चाहती थी कि क्या चुनाव आयोग को अमित शाह से किसी प्रकार के निर्देश दिए जा रहे हैं।
सभा को संबोधित करते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी उनके प्रतिनिधियों के कार्यों में अड़चन डालने की कोशिश करेगी तो तृणमूल कांग्रेस चुनाव आयोग के कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने के लिए भी तत्पर है।
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 27 मार्च से शुरू होगा जिनको 8 चरणों में संपन्न किया जाएगा।
नेहा शाह