शिअद नेता दिलजीत एस चीमा बोले - हरीश रावत ने किया सिखों की भावनाओं को "आहत "
अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले ही पार्टी के अंदर राजनीतिक दंगल शुरू हो गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच लगातार विवाद हो रहे हैं।
वहीं अब दोनों की लड़ाई के बीच प्रभारी हरीश रावत भी नजर आ रहे हैं।हरीश रावत ने सिद्धू और उनकी टीम के 4 वर्किंग प्रेसिडेंट्स की तुलना सिख धर्म के महान पंच प्यारों से कर दी। जिसके बाद इस मामले पर विवाद खड़ा हो गया है।
हरीश रावत के इस बयान पर शिअद नेता दलजीत एस चीमा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं पंजाब सरकार से कांग्रेस के हरीश रावत के खिलाफ पीसीसी प्रमुख और उनकी टीम को पंज प्यारे कहकर सिख भावनाओं को आहत करने के लिए मामला दर्ज करने का आग्रह करता हूं। उन्हें पता होना चाहिए कि पंज प्यारे का सिख धर्म में महत्व है, अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए, यह मजाकिया नहीं हैं।
सिख धर्म के मुताबिक श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने सिख धर्म की शुरुआत के समय पर पांच ऐसे लोगों को चुना था जो गुरु और धर्म के लिए कुछ भी कर सकें। जो धर्म के लिए अपनी जान न्योछावर करने से भी पीछे न हटे।
नेहा शाह