आप विधायक राघव चड्ढा ने कहा- दिल्ली को चाहिए 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन, मिली 555 मीट्रिक टन....
आम आदमी पार्टी के विधायक राघव चड्ढा ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी को अब तक सबसे ज्यादा 555 टन ऑक्सीजन मंगलवार को मिली। वहीं, शहर के अस्पताल कोरोना वायरस के मामलों में जबर्दस्त बढ़ोतरी के बीच जीवन रक्षक गैस की आपूर्ति की कमी से जूझ रहे हैं। बुधवार को ऑक्सीजन बुलेटिन जारी करते हुए चड्ढा ने कहा कि उच्च न्यायालय ने केंद्र को फटकार लगाई है और 'उसकी तुलना शुतुरमुर्ग' तक से कर दी।
चड्ढा ने कहा, " शायद इस फटकार की वजह से, दिल्ली को 555 मीट्रिक टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन मिली है। यह अभी तक की सर्वाधिक आपूर्ति है जबकि जरूरत 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की है।" उन्होंने दावा किया, " बहरहाल, यह ऑक्सीजन नियमित स्रोतों से उपलब्ध नहीं कराई गई है बल्कि केंद्र सरकार ने इसकी अन्य राज्यों से व्यवस्था करा दिल्ली को दी है जो अन्य स्थानों पर भेजी जा रही थी।"
इससे पहले हाईकोर्ट के जस्टिस विपिन सांघी और रेखा पल्ली ने राजधानी में ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर दायर याचिका की सुनवाई को आज दोपहर तक के लिए टाल दिया था। यह फैसला तब लिया गया जब अदालत को बताया गया कि केंद्र सरकार ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपील की है। बता दें कि दिल्ली में DRDO एम्स ट्रॉमा सेंटर में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लगा रहा है। पब्लिक इंटरफेस निदेशालय के एडिशनल डायरेक्टर ने कहा, ''ये एक मिनट में 1000 लीटर ऑक्सीजन जेनरेट करता है। NCR में 5 अस्पताल हैं जहां 2-3 दिन में ये लगा दिए जाएंगे। अभी एक यहां और एक RML में लगाया जा रहा है।''
अराधना मौर्या