भूपेंद्र पटेल कैबिनेट में नो रिपीट फॉर्म्युले की चर्चा है। माना जा रहा है कि रुपाणी कैबिनेट में शामिल रहे 23 मंत्रियों में से ज्यादातर को बदला जाएगा। इनकी जगह युवा चेहरों को तरजीह मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं। वरिष्ठ पार्टी नेताओं के मुताबिक नाराज मंत्रियों को शपथग्रहण से पहले मना लिया जाएगा। वहीं नई कैबिनेट में जातीय समीकरणों को साधना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है।भूपेंद्र पटेल कैबिनेट में नो रिपीट फॉर्म्युले की चर्चा है। माना जा रहा है कि रुपाणी कैबिनेट में शामिल रहे 23 मंत्रियों में से ज्यादातर को बदला जाएगा। इनकी जगह युवा चेहरों को तरजीह मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं। वरिष्ठ पार्टी नेताओं के मुताबिक नाराज मंत्रियों को शपथग्रहण से पहले मना लिया जाएगा। वहीं नई कैबिनेट में जातीय समीकरणों को साधना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है।
गुजरात में भूपेंद्र पटेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद कैबिनेट में बदलाव को लेकर विवाद सामने आया। आनन-फानन में शपथग्रहण समारोह को एक दिन के लिए टाल दिया गया। बुधवार को उस पोस्टर को राजभवन से हटा दिया गया, जिसमें शपथग्रहण समारोह का जिक्र था। राज्यपाल कार्यालय से बाद में ऐलान किया गया कि शपथग्रहण समारोह गुरुवार को दोपहर डेढ़ बजे आयोजित होगा। सीएमओ ने भी ट्वीट के जरिए इसकी पुष्टि की है। नई कैबिनेट का शपथग्रहण टलने के तकरीबन दो घंटे बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल और पूर्व सीएम विजय रुपाणी के घर पर दिनभर चहल-पहल दिखी।