कांग्रेस लोकसभा चुनाव की घोषणा यानी आचार संहिता लागू होने के पहले मध्य प्रदेश में कुछ प्रत्याशी घोषित कर सकती है। सके लिए 29 लोकसभा सीटों के लिए नियुक्त समन्वयकों ने पार्टी पदाधिकारियों से रायशुमारी कर रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह को सौंप दी है। अधिकांश सीटों पर दो से अधिक नाम सामने आए हैं। इस रिपेार्ट को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श किया जा रहा है। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बाद दिल्ली में एक बार और स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी, जिसमें नामों को अंतिम रूप देकर केंद्रीय चुनाव समिति को भेज दिया जाएगा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि छिंदवाड़ा और बैतूल लोकसभा क्षेत्र ही ऐसे हैं, जहां चुनाव लडऩे के लिए एक-एक नाम ही प्रस्तावित है।
जबलपुर में भी पहले यही स्थिति थी। यहां से महापौर जगत बहादुर सिंह को चुनाव लड़वाने पर एक राय थी लेकिन वह पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। समन्वयकों ने लोकसभा क्षेत्रों में जाकर जिलाऔर ब्लाक इकाई, वर्तमान और पूर्व सांसद-विधायक, जिला व जनपद पंचायत के निर्वाचित पदाधिकारियों के साथ सहयोगी संगठनों के अध्यक्ष उपाध्यक्षों से चर्चा के बाद संभावित प्रत्याशियों को लेकर यह रिपेार्ट तैयार की है। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी 16 लोकसभा क्षेत्रों के पार्टी नेताओं से चर्चा कर चुके हैं।
अब समन्वयकों की रिपोर्ट पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श कर प्रत्येक सीट के लिए एक नाम स्क्रीनिंग कमेटी में रखने की तैयारी की जा रही है ताकि प्रत्याशियों के नाम की घोषणा जल्द हो जाए। ऐसा इसलिए भी किया जाना अपेक्षित है ताकि प्रत्याशियों को तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय मिल सके। उधर, जितेंद्र सिंह का कहना है कि प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया चल रही है, जल्द ही केंद्रीय संगठन द्वारा नाम घोषित होंगे।