टिप्पणी करने के बाद प्रियंका गांधी हिरासत में- राहुल गांधी बोले सुनले प्रधानमंत्री कृषि कानून वापस लेने तक नहीं जाएंगे किसान

Update: 2020-12-24 11:10 GMT


केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानून के खिलाफ देशभर के सभी किसान दिल्ली के बॉर्डर पर आज करीब 1 महीने से डटे हुए हैं। सरकार से कई दौर की बातचीत के बावजूद भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। किसानों ने सरकार से इस कानून में किसी तरह के संशोधन की नहीं बल्कि इस कानून को रद्द करने के लिए विशेष संसद सत्र की मांग की है। जिसको लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपति भवन तक पैदल मार्च निकाला। परंतु दिल्ली पुलिस ने उनके इस मार्च को इजाजत नहीं दी।

आपको बता दें कि राष्ट्रपति भवन तक राहुल गांधी व किसानों के पैदल मार्च को रोकने पर प्रियंका गांधी ने कहा कि 'इस सरकार के खिलाफ किसी भी असंतोष को आतंक के तत्वों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। हम किसानों के समर्थन में आवाज बुलंद करने के लिए यह मार्च कर रहे हैं।

जिसके बाद दिल्ली पुलिस प्रियंका गांधी समेत सभी नेताओं को मंदिर पुलिस थाना लेकर गई। पुलिस के इस कदम पर सियासी गर्मा गर्मी और तेज हो गई राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर बयानबाजी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूंजी पतियों के लिए पैसा बना रहे हैं, जो भी उनके खिलाफ खड़ा होने की कोशिश करेगा उसे आतंकी बना दिया जाएगा। चाहे किसान हो मजदूर हो ।

राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि मैं पीएम से कहना चाहता हूं कि ये किसान कृषि कानूनों को वापस लेने तक नहीं जाएंगे। सरकार को संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए। और इस काले कानून को वापस लेना चाहिए। सभी विपक्षी पार्टियां किसानों के साथ खड़ी है।

आपको बता दें कि ज्ञापन सौंपने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद तथा अधिर रंजन चौधरी राष्ट्रपति भवन पहुंचे। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि मैंने राष्ट्रपति से कहा है कि इन कानूनों को वापस ले लें क्योंकि देश ने इन कानूनों का दर्द किसानों के अंदर देखा है।

नेहा शाह

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