ठंड से ठिठुरे लोग, नहीं जले अलाव

Update: 2021-12-29 12:32 GMT

अचानक बदले मौसम की वजह से हाँडकपा देने वाली ठंड के बावजूद सार्वजनिक स्थलों पर अलाव नही जलने से लोग ठंड से ठिठुरते रहे। जिसके कारण राहगीरो के साथ ही मजदूर वर्ग व आटों रिक्शा चालक परेशान दिखे। सड़को पर ठंड से बचाव के लिए खुद लोग अलाव जलाते हुये दिखे। वही तहसील प्रशासन सिर्फ कागजों पर ही अलाव जलवा रही है। अचानक हुये मौसम में बदलाव के बावजूद प्रशासन ने अलाव जलाना मुनासिब नहीं समझा। दो दिनों से अचानक खराब मौसम के बाद बरसात व बर्फीली हवा से सूर्य भगवान का दर्शन न होने से ठंड से लोग कांपते रहे। ठंड से बचने के लिए गर्म ऊनी कपडे पहनकर लोग सड़क पर निकले। कस्बा बाबागंज संयुक्त रूप से दो ग्राम सभाओं जमुनहा बाबागंज व सोरहिया में विभक्त है। उक्त कस्बा में दो बस स्टाफ बहराइच व मल्हीपुर जाने को हैं। जहाँ पर काफी यात्री इकट्ठे होते रहते हैं। तथा आटों चालकों के भी जमावड़ा रहता है। इन बस स्टैंडों चौराहों आदि सार्वजनिक जगहों पर अलाव न जलने से ठंड से परेशान यात्री व राहगीर खुद अलाव जला रहे है। इधर तहसील प्रशासन अलाव को लेकर उदासीन बना हुआ है। मौसम में उतार चढाव के बावजूद प्रशासन ने अलाव जलाना मुनासिब नहीं समझा। इस सम्बन्ध लोगों को कहना है। कि बस के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ता है। लेकिन ठंड को देखते हुए बस स्टैण्डों नुक्कड़ चौराहों पर कहीं अलाव जलता नही दिख रहा है। जबकि ठन्ड़ के प्रकोप से राहत बचाव के तहत शासन द्वारा तहसील प्रशासन को धन भी उपलब्ध कराया जा चुका है। इस सम्बंध में जब तहसीलदार नानपारा अमर चन्द्र वर्मा से जरिये फोन बात की गयी तो उन्होंने बताया कि धन का अभाव है। लेकिन क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा अलाव जलवाया जा रहा है क्षेत्रय लेखपाल आपको अलाव जलने की जगह बता देंगे। लेकिन जब क्षेत्रीय लेखपाल बाबागंज भज्जू राम से व सोरहिया लेखपाल करुणेश त्रिपाठी से अलाव जलने की जगह पूछी गयी तो उन्होंने अलाव न जलने की बात स्वीकार की।

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