महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर गुत्थी उलझ दी जा रही है और जितनी देर हो रही है शिवसेना में लोगों का बीपी बढ़ता चला जा रहा है।शिवसेना के नेता संजय राउत जो शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाने के लिए फ्रंटफुट पर खेल रहे थे अब उनके सामने राजनीति के कई मजे हुए खिलाड़ी हैं जिन्होंने उन्हें बैकफुट पर ढकेल दिया है।
शिवसेना ने 1 दिसंबर की डेडलाइन तय कर रखी है लेकिन जिस गति से शरद पवार और सोनिया गांधी चल रहे हैं उससे यही लग रहा है कि यह लोग शिवसेना का उन लोगों के प्रति इतना विश्वास है इसे नापने की कोशिश हो रही है।
कांग्रेसमें लगातार मंथन चल रहा है और सोनिया गांधी अभी तक निश्चित नहीं कर पाई है कि उन्हें शिवसेना के साथ जाना चाहिए कि नहीं वहीं प्रधानमंत्री मोदी समेत अन्य नेताओं के बयान साथ में आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत का इशारों इशारों में भाजपा और शिवसेना को नसीहत कहीं कोई नया गुल तो नहीं खिला रहा है यह भी देखना होगा।